आगरा। डा. कमलेश टंडन अस्पताल एंड टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में 18 बार गर्भपात के बाद महिला ने एक बेटे को जन्म दिया है। महिला को बेटा हुआ है। दोनों स्वस्थ हैं।डा. अमित टंडन ने लेप्रोस्कोपिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए दूरबीन विधि से महिला रजनी के गर्भाशय के मुंह पर टांके लगा दिये। उन्होंने बताया कि इस तरह के मामलों में कई खतरे होते हैं जैसे कि ब्लीडिंग होना और पेशाब की थैली फटना। सात माह की गर्भावस्था तक पहुंचते हुए महिला का ब्लड प्रेशर काफी बढ़ गया और प्लेटलेट्स भी गिरने लगे। बढ़े हुए ब्लड प्रेशर की वजह से सीजेरियन डिलीवरी की गई। डा. वैशाली टंडन ने बताया कि रजनी की शादी को 20 वर्ष हो चुके हैं। सर्वाधिक गर्भपात के बाद वह मां बनने वाली पहली महिला है। यह केस गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल करने के लिए भेजा जायेगा। ” आगरा। डा. कमलेश टंडन अस्पताल एंड टेस्ट ट्यूब बेबी सेंटर में 18 बार गर्भपात के बाद महिला ने एक बेटे को जन्म दिया है। महिला को बेटा हुआ है। दोनों स्वस्थ हैं।डा. अमित टंडन ने लेप्रोस्कोपिक तकनीक का इस्तेमाल करते हुए दूरबीन विधि से महिला रजनी के गर्भाशय के मुंह पर टांके लगा दिये। उन्होंने बताया कि इस तरह के मामलों में कई खतरे होते हैं जैसे कि ब्लीडिंग होना और पेशाब की थैली फटना। सात माह की गर्भावस्था तक पहुंचते हुए महिला का ब्लड प्रेशर काफी बढ़ गया और प्लेटलेट्स भी गिरने लगे। बढ़े हुए ब्लड प्रेशर की वजह से सीजेरियन डिलीवरी की गई। डा. वैशाली टंडन ने बताया कि रजनी की शादी को 20 वर्ष हो चुके हैं। सर्वाधिक गर्भपात के बाद वह मां बनने वाली पहली महिला है। यह केस गिनीज बुक ऑफ वर्ल्ड रिकार्ड में शामिल करने के लिए भेजा जायेगा।